साहित्य में रोजगार के अवसर

टीसीएन डेस्क।


13 सितम्बर, 2019 को लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी के हिन्दी-विभाग, समाज विज्ञान एवं भाषा संकाय में ‘साहित्य में रोजगार के अवसर’ विषय पर विशिष्ट व्याख्यान का आयोजन किया गया| इस आयोजन में बतौर मुख्य वक्ता के रूप में हिन्दी-विभाग, पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ से गुरुवर डॉ. अशोक कुमार उपस्थित रहे| 
अपने व्याख्यान में गुरुवर डॉ. अशोक कुमार का कहना था कि “साहित्य में रोजगार के अवसर कम नहीं हैं| जरूरत है जागरूक होने की| आप एक शिक्षक के रूप में कैरियर बना सकते हैं| पत्रकारिकता के क्षेत्र में आपके लिए अपार सम्भावनाएं हैं| अनुवाद का क्षेत्र एक बड़े विकल्प के रूप में खुला है लेकिन इसके लिए कोई दो भाषा का ज्ञान होना जरूरी है| साहित्य लेखन के माध्यम से आप फिल्मों से लेकर फ्रीलांसिग तक कर सकते हैं| रेडियो और टेलीविजन में आज भी योग्यताओं की तलाश है| भाषाएँ कोई छोटी बड़ी नहीं होती हैं| हमें स्वयं में व्याप्त हीनताबोध से आगे निकलना होगा| साहित्य की शक्ति और सामर्थ्य का आभास तब होगा|” 
व्यख्यान के दौरान रोहित, सुजीत तथा अन्य विद्यार्थियों द्वारा हिन्दी भाषा एवं साहित्य को लेकर प्रश्न भी पूछे गये जिसका डॉ. अशोक कुमार द्वारा संतोषजनक जवाब दिया गया|

व्याख्यान के अंत में मुख्य वक्ता डॉ अशोक कुमार को विभागाध्यक्ष प्रो. अजोय बत्ता और प्रो.किरण जी ने मोमेंटो देकर सम्मानित किया| कार्यक्रम का सञ्चालन हिन्दी-विभाग के डॉ. विनोद कुमार ने किया| इस दौरान प्रो. किरण, डॉ. संजय प्रसाद पाण्डेय, डॉ. निपुन, डॉ. अनिल कुमार पाण्डेय, डॉ. हरप्रीत सिंह आदि भी उपस्थित रहे|

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