UGC ने किया Ph.D. प्रवेश के नियमों में बड़ा बदलाव, अब यह भी कर सकेंगे पीएचडी

TCN डेस्क। 


PhD Admission: विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने मौजूदा राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (NET) के माध्यम से योग्यता के अलावा, प्रवेश के लिए एक एंट्रेंस एग्जाम को शामिल करके पीएचडी कार्यक्रमों में प्रवेश के नियमों को संशोधित किया है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, 7.5 के न्यूनतम सीजीपीए (Cumulative Grade Point Average) के साथ चार वर्षीय अंडर ग्रेजुएशन डिग्री धारक पीएचडी कार्यक्रमों में प्रवेश के लिए पात्र होंगे. साथ ही यूजीसी ने रेगुलेशन एक्ट 2016 में संशोधन के अपने नए मसौदे में, राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (NET)/ जूनियर रिसर्च फेलोशिप (JRF) के लिए उपलब्ध सीटों में से 60% आरक्षित करने का भी प्रस्ताव किया है.
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग यानी की यूजीसी ने बड़ा कदम उठाया है. आयोग ने इस साल से एमफिल की डिग्री को समाप्त करने का फैसला लिया है. इसके साथ ही यूजीसी रेगुलेशन 2022 के तहत कई अन्य बड़े फैसले भी किए गए हैं. अब शिक्षकों/प्रोफेसर को रिटायरमेंट के बाद भी पेरेंट यूनिवर्सिटी में दोबारा काम करने का मौका दिया जाएगा.

NEP 2020 के तहत लिया गया फैसला


यूजीसी रेगुलेशन, 2022 के मसौदे को 10 मार्च को आयोजित 556 वीं आयोग की बैठक के दौरान अनुमोदित किया गया था. एचटी ने दस्तावेज़ की एक प्रति की समीक्षा की है. परिवर्तन राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 2020 (NEP 2020) के अनुरूप हैं. यूजीसी के अधिकारियों ने घटनाक्रम से वाकिफ बताया कि मसौदा नियमों को जनता के सुझावों के लिए जारी किए जाने की संभावना है.

प्रोफेसर के लिए PhD अनिवार्य नहीं


हाल ही में, विश्वविद्यालय में अलग-अलग क्षेत्र के एक्सपर्ट और प्रोफेशनल्स को लेकर युनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन ने बड़ा फैसला लिया है. देश के केंद्रीय विश्वविद्यालयों में पढ़ाने का ख्वाब देख रहे युवाओं के लिए राहत भरी खबर है. अब केंद्रीय विश्वविद्यालयों में पढ़ाने के लिए पीएचडी की डिग्री (PhD Degree) अनिवार्य नहीं होगी. यूजीसी के इस फैसले से संबंधित विषय के विशेषज्ञ यूनिवर्सिटी में पढ़ा सकेंगे.

वहीं, चेयरपर्सन जगदीश कुमार ने कहा कि कई क्षेत्र में ऐसे विशेषज्ञ हैं जो विश्वविद्यालयों में पढ़ाना चाहते हैं. ऐसे भी लोग हो सकते हैं जिन्होंने किसी प्रोजेक्ट को बड़े स्तर पर लागू किया हो और उन्हें काफी जमीनी अनुभव है, या फिर ऐसे लोग भी हो सकते हैं जो बेहतरीन गायक हैं, म्युजिशियन हैं, डांसर हैं वो भी इस नियम में बदलाव के बाद बढ़ा सकते हैं. जो भी विशेषज्ञ हैं और 60 साल की उम्र को पार कर चुके हैं वह विश्वविद्यालय में 65 वर्ष की आयु तक पढ़ा सकते हैं.

 The Campus News के टेलीग्राम से जुड़ने के लिए क्लिक करें https://t.me/tcnthecampusnews विशेष टिप्पणी - अपने कॉलेज, महाविद्यालय और विश्वविद्यालय की खबरें सीधे अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए अभी ज्वाइन करें हमारा वॉट्सएप ग्रुप। वाट्सएप्प से जुड़ने के लिए यहां क्लिक करें - https://chat.whatsapp.com/CXDKi1b2yDEIGdiRWLsO1A "आप अपने शैक्षणिक संस्थान की खबरें हमें Email Id- newsthecampus@gmail.com पर भेज सकते हैं। हम उसे WWW.THECAMPUSNEWS.COM पर प्रमुखता से प्रकाशित करेंगे."

Post a Comment

और नया पुराने

और खबरें पढ़ें...