सुरेंद्र पाल ग्रामोदय विद्यालय चित्रकूट का पुरातन छात्र सम्मेलन संपन्न

देश-विदेश से आए हुए पुरातन छात्रों की रही गरिमामय उपस्थिति


चित्रकूट। सुरेंद्र पाल ग्रामोदय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय चित्रकूट का दसवां पुरातन छात्र सम्मेलन,स्मृति-2019 उत्साहपूर्वक रूप में संपन्न हुआ। यहां आए हुए छात्र-छात्राओं ने अपने छात्र जीवन के विद्यालय कालीन अनुभव को पुनर्जीवंत किया ।

मुख्य अतिथि आर्किटेक्ट इंजीनियर एवं दीनदयाल शोध संस्थान के प्रबंध कार्यकारिणी के सदस्य ई.उत्तम बनर्जी ने कहा कि विद्यालय के नाम ग्रामोदय के आधार पर अपने जीवन की भूमिका छात्र तय करें । श्रद्धेय राष्ट्र ऋषि भारत रत्न नानाजी देशमुख की कल्पना का एक बेहतरीन प्रकल्प है यह विद्यालय। विद्यार्थी जीवन में सामाजिक विकृति हावी ना हो इसके लिए आज की आवश्यकता ना केवल रोजगार परक शिक्षा है, बल्कि संस्कार परक शिक्षा का महत्व जीवन में एक महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन करता है । सुरेंद्रपाल ग्रामोदय विद्यालय इसका एक अनुकरणीय उदाहरण है जहां संस्कार परक शिक्षा को प्रथम महत्त्व दिया जाता है।

पुरातन छात्र परिषद के अध्यक्ष उत्तम त्रिपाठी (वैज्ञानिक कृषि विज्ञान केंद्र नौगांव छतरपुर) ने सम्मेलन में उपस्थित नए एवं पुरातन छात्र छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि पुरातन छात्र परिषद संवाद, सहयोग, सृजन के मूल सिद्धांत पर कार्य कर रही है। उन्होंने परिषद की रूपरेखा बताते हुए कहा कि पुरातन छात्र परिषद ने तय किया है कि विद्यालय के ऐसे विद्यार्थी जो बोर्ड परीक्षाओं में उपलब्धि प्राप्त करते हैं ऐसे मेधावी छात्र छात्राओं को प्रतिवर्ष 15 अगस्त को सम्मानित किया जाएगा।

वैज्ञानिक डॉ सत्यम तिवारी यूनिवर्सिटी ऑफ लाजेंन, स्विट्ज़रलैंड ने अपने विद्यालयकालीन रोचक अनुभव साझा करते हुए कहा कि आज आप सबके बीच पुनः उपस्थित होकर गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं । पुरातन छात्र परिषद द्वारा यह आयोजन अपने आप में एक अनूठा एवं अविश्वसनीय मंच है। मैं पहली बार जीवविज्ञान के छात्र के रूप में टाॅप किया जबकी हमेशा से गणित के छत्रो ने ही ऐसा किया था।


प्राध्यापक प्रतीक केसरी, कोशांबी ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहां की, श्रद्धा नाना जी का मार्गदर्शन छात्र जीवन में मिला यह मेरे जीवन का सबसे बड़ा सौभाग्य है।

कार्यक्रम के तृतीय सत्र में मेधावी छात्रों का सम्मान किया गया। विद्यालय के मेधावी विद्यार्थियों सचिन गुप्ता, कुमकुम तिवारी, अथर्व शुक्ला ,अंकित चतुर्वेदी ,संदीप सिंह, विष्णु प्रिया मिश्रा ,प्रिंस राज और आशुतोष कसौधन को शील्ड, प्रशस्ति पत्र के साथ 1100 रुपए की धनराशि का बैंक चेक प्रोत्साहन के रूप में दिया गया।

पुरातन छात्र परिषद द्वारा प्रतिवर्ष विद्यालय के उत्कृष्ट शिक्षण कार्यों के लिए एक शिक्षक तथा एक कर्मचारी को लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया जाता है। जिसमें विद्यालय के वरिष्ठ प्रधानाध्यापक प्राथमिक भवन के कालिका श्रीवास्तव को यह लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड दिया गया । जिसमें ₹10000 की सम्मान राशि चेक के माध्यम से, अंग वस्त्र एवं श्रीफल के साथ स्मृति चिन्ह भेंट किया गया । इसी क्रम में विद्यालय के वरिष्ठ कर्मचारी शरद चंद्र को भी ₹10000 की सम्मान राशि से पुरस्कृत किया गया है।

पुरातन छात्र सम्मेलन की भूमिका पर विद्यालय के वरिष्ठ अध्यापक अशोक दीक्षित द्वारा प्रकाश डाला गया। विद्यालय गतिविधियों की जानकारी कालका श्रीवास्तव ने सम्मेलन में रखी। कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती की प्रतिमा पर दीप प्रज्वलन के साथ किया गया। अध्यापक लवलेश सिंह द्वारा गीत प्रस्तुत किया। मंच संचालन अशोक सोनी एवं रवि दत्त तिवारी द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। विद्यालय के प्राचार्य मदन तिवारी द्वारा आए हुए पुरातन छात्रों का स्मृति -2019 को सफल बनाने के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया गया।

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