सिफ्सा बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय ने आउटरीच शिविर के तहत चलाया स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम
झाँसी. राज्य परिवार नियोजन सेवा अभिनवीकरण परियोजना एजेंसी (सिफ्सा) बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय, झाँसी उत्तर प्रदेश ने आज आउटरीच शिविर के अंतर्गत दिगारा में स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया. सिफ्सा पीयर एजुकेटर्स ने प्राथमिक विद्यालय दिगारा में विद्यार्थियों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने के साथ ही ग्रामीण महिलाओं को सेनेटरी पैड और स्वच्छता के बारे में जानकारी दी.
नोडल अधिकारी सिफ्सा डॉ. श्वेता पाण्डेय ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में मासिक धर्म के प्रति बहुत ही ज्यादा भ्रांतियां अभी भी हैं. ग्रामीण क्षेत्रों में सेनेटरी पैड के स्थान पर अन्य संसाधनों का उपयोग किया जाता है जबकि यह जन औषधि केन्द्र पर बहुत ही कम कीमत पर उपलब्ध है. उन्होंने बताया कि आज के कार्यक्रम में स्वास्थ्य और स्वच्छता के विषय में लोगों को जागरूक किया गया.
डॉ. पाण्डेय ने बताया कि महिलाएं संकोचवस कई बार अपनी समस्या को बता नहीं पाती हैं और स्वच्छता के आभाव में गंभीर बीमारी की चपेट में आ जाती हैं. इससे बचने के लिए मासिक धर्म के समय में स्वच्छता को अपनाया जाना बहुत जरुरी है.
पीयर एजुकेटर्स रौनक ने बताया कि आज आउटरीच शिविर के अंतर्गत दिगारा ग्राम पंचायत में महिलाओं को स्वच्छता के बारे में जागरूक किया गया एवं सेनेटरी पैड की उपलब्धता के बारे में बताया गया. उन्होंने बताया कि ग्रामीण महिलाओं को जन औषधि केन्द्र के बारे में भी बहुत ही कम जानकारी है और अधिकतर महिलाएं अभी तक कभी भी जन औषधि केन्द्र की सुविधाओं का उपयोग नहीं किया है.
कोमल ने बताया कि प्राथमिक विद्यालय में विद्यार्थियों को स्वच्छता के बारे में बताया और खाने से पहले और शौच जाने के बाद हाथ धोने के प्रति जागरूक किया गया. उन्होंने बताया कि यह विद्यार्थियों को स्वस्थ रखने में बहुत ही कारगर हो सकता है. स्वयंसेवक राघव ने बताया कि इस शिविर का आयोजन नोडल अधिकारी डॉ. श्वेता पाण्डेय के निर्देशन में किया गया और सिफ्सा से प्राप्त दिशानिर्देशों के अनुसार लोगों को जागरूक किया गया.
शिखा ने बताया कि बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय सिफ्सा में गढ़मऊ, तालपुरा, पिछोर एवं अन्य कई स्थानों पर लोगों को जागरूक करने के लिए आउटरीच शिविर का आयोजन किया है. नगमा ने बताया कि परियोजना क माध्यम से लोगों को जागरूक करने के बाद फिर से जब देखा गया तो उनमें कुछ सकारात्मक बदलाव नजर आए हैं.
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